The best Side of Shodashi
Wiki Article
कामपूर्णजकाराख्यसुपीठान्तर्न्निवासिनीम् ।
ऐं क्लीं सौः श्री बाला त्रिपुर सुंदरी महादेव्यै सौः क्लीं ऐं स्वाहा ह स क ल ह्रीं ह स क ह ल ह्रीं स क ल ह्रीं ॐ ह स क ल ह्रीं ह स क ह ल ह्रीं स क ल ह्रीं
॥ इति श्रीत्रिपुरसुन्दरीस्तोत्रं सम्पूर्णम् ॥
Unauthorized use or duplication of the content with out Specific and created authorization from This great site’s owner is strictly prohibited.
पद्मालयां पद्महस्तां पद्मसम्भवसेविताम् ।
यह उपरोक्त कथा केवल एक कथा ही नहीं है, जीवन का श्रेष्ठतम सत्य है, क्योंकि जिस व्यक्ति पर षोडशी महात्रिपुर सुन्दरी की कृपा हो जाती है, जो व्यक्ति जीवन में पूर्ण सिद्धि प्राप्त करने में समर्थ हो जाता है, क्योंकि यह शक्ति शिव की शक्ति है, यह शक्ति इच्छा, ज्ञान, click here क्रिया — तीनों स्वरूपों को पूर्णत: प्रदान करने वाली है।
हरार्धभागनिलयामम्बामद्रिसुतां मृडाम् ।
बिंदु त्रिकोणव सुकोण दशारयुग्म् मन्वस्त्रनागदल संयुत षोडशारम्।
दुष्टानां दानवानां मदभरहरणा दुःखहन्त्री बुधानां
ह्रीङ्कारं परमं जपद्भिरनिशं मित्रेश-नाथादिभिः
यत्र श्रीत्रिपुर-मालिनी विजयते नित्यं निगर्भा स्तुता
केयं कस्मात्क्व केनेति सरूपारूपभावनाम् ॥९॥
कर्तुं देवि ! जगद्-विलास-विधिना सृष्टेन ते मायया
यदक्षरशशिज्योत्स्नामण्डितं भुवनत्रयम् ।